Praise the Lord

आप सभी भाई बहनों को परमेश्वर पिता और हमारे प्रभु यीशु मसीह की ओर से अनुग्रह और शांति मिलती रहे। आमीन।
हम परमेश्वर का धन्यवाद करते हैं जिस ने हमसे प्रेम रखा और अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई उस पर विश्वास करें वह नाश ना हो परंतु अनंत जीवन पाए(यूहन्ना 3:16)।

आज हमारे लिए कितनी खुशी की बात है कि उसने अपने आपको और उस के इकलौते पुत्र यीशु मसीह को हम पर प्रगट किया।

हम पहले अपने पापों में अपराधों में गुनाहो में पड़े हुए थे परमेश्वर से रहित थे अनजाने में काठ और पत्थरों में परमेश्वर को ढूंढ रहे थे लेकिन वह तो सच्चा और विश्वास योग्य है जिसने अपने आपको हम पर प्रगट करना चाहा और अपने आपको हम पर प्रगट किया । अपने एकलौते पुत्र यीशु मसीह को,जिस के विषय में व्यवस्था और भविष्यवक्ताओं की किताब में लिखा हुआ था(यूहन्ना 1:45)। इस दुनिया में हमें बचाने के लिए हमारी बदले में क ऊपर में बलिदान होने के लिए स्वर्ग से इस धरती पर भेजा।

बाइबल कहती है यीशु मसीह के द्वारा सारी सृष्टि की रचना हुई है(इब्रानियों 1:1–3)।

यीशु मसीह परमेश्वर का पुत्र है, आदि में वचन था, वचन परमेश्वर के साथ था । और वचन(यीशु) परमेश्वर था ,यही आदि में परमेश्वर के साथ था।(यूहन्ना 1:1–2)।

आज हरेक मनुष्य को मन फिराने की जरूरत है।

परमेश्वर को छोड़कर किसी और को परमेश्वर का दर्जा देना या किसी और की उपासना करना पाप है।

हम परमेश्वर की मूर्ति नहीं बना सकते बहुत से लोग भी मसीह का मूर्ति बनाकर रखते हैं, सजाकर रखते है, कई लोग तो मोमबत्तीऔर अगरबत्ती जलाते और उसके सामने झुकते हैं, जिसके बारे में बाइबल में कहीं भी नहीं लिखा गया है।
याद रखें हमारा परमेश्वर आत्मा है और अवश्य है कि उसकी आराधना करनेवाले आत्मा और सच्चाई से आराधना करें।(यूहन्ना 4:24)।

इसलिए तुम अपने विषय में बहुत सावधान रहना क्योंकि जब यहोवा ने तुमसे खरीब पर्वत पर आग के बीच में से बातें की तब तुमको कोई रुप ना दिखाई पड़ा कहीं ऐसा ना हो कि तुम बिगड़ कर चाहे पुरुष चाहे स्त्री के चाहे पृथ्वी पर चलने वाली किसी जंतु चाहे पृथ्वी के जल में रहने वाली किसी मछली के रूप में कोई मूर्ति खोजकर बना लो।(व्यवस्थाविवरण 4:15–19)
तू अपने लिए कोई मूर्ति खुद करना बनाना ना किसी की प्रतिमा बनाना आकाश में या पृथ्वी पर या पृथ्वी के जल में है तू उनको दंडवत ना करना और ना उनकी उपासना करना क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर यहोवा जलन रखने वाला ईश्वर हूं और जो मुझसे रखते हैं उनके बेटों, पोतों और परपोतो को पितरों का दंड दिया करता हूं और जो मुझसे फ्रेम रखते हैं और मेरा आज्ञाओं को मानते हैं उन हजारों पर करुणा किया करता हूं(व्यवस्था 5:8–9)।
परमेश्वर मूर्ति पूजा से नफरत करता है। वह अपनी महिमा खुदी हुई मूर्ति को नहीं देगा(यशायाह42:8)।
पहले भी बहुत से लोग परमेश्वर को जानने पर भी उसके योग्य बड़ाई और धन्यवाद ना किया। और आज भी बहुत से लोग परमेश्वर को जानने पर भी कि वह आत्मा है ।आत्मा और सच्चाई से अराधना ना करते हुए फोटो और मूर्तियों के सामने झुक कर प्रार्थना करते हैं। आज हमारा जीवन कैसा है। विचार करें।
पहले भी बहुत से लोग परमेश्वर को जानने पर भी उसके योग्य बड़ाई और धन्यवाद ना किया। और आज भी बहुत से लोग परमेश्वर को जानने पर भी कि वह आत्मा है ।आत्मा और सच्चाई से अराधना ना करते हुए फोटो और मूर्तियों के सामने झुक कर प्रार्थना करते हैं। आज हमारा जीवन कैसा है। विचार करें।

आज भी यदि कोई यीशु मसीह पर विश्वास करता है , अपने पापों से मन फिराता है और उसे एकमात्र सच्चा प्रभु और उद्धार करता के रुप में ग्रहण करता है तो प्रभु पाप को क्षमा करता है।और उसे नया जीवन प्रदान करता है।
प्रभु का आशीष आप बनी रहे।
यदि आपको प्रार्थना और आत्मिक परामर्श की जरुरत है 8085330018 पर सम्पर्क कर सकते हैं।धन्यवाद!

प्रभु में आपका
भाई मुक्ति प्रकाश लकड़ा
8085330018